जाति न पूछो साधु की, पूछ लीजिये ज्ञान ।
मोल करो तलवार का, पड़ा रहन दो म्यान ।
सच्चा साधु सब प्रकार के भेदभावों से ऊपर उठ जाता है। साधु से उसकी जाति मत पूछो बल्कि उनसे ज्ञान की बातें करिये, उनसे ज्ञान लीजिए। साधु कितना ज्ञानी है यह जानना महत्वपूर्ण है। उनका ज्ञान ही, उसका सम्मान करने के लिए पर्याप्त है । जिस प्रकार एक तलवार का आंकलन उसकी धार के आधार पर किया जाता है ना कि उसके म्यान के आधार पर। ठीक उसी प्रकार, एक साधु की जाति तलवार के म्यान के समान है और उसका ज्ञान तलवार की धार के समान । तलवार की धार ही उसका मूल्य है । उसकी म्यान तलवार के मूल्य को नहीं बढाती। मोल करना है तो तलवार का करो म्यान को पड़ी रहने दो।