श्रीरामरक्षास्तोत्र हिंदी लिरिक्स

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Jun 5, 2024 #benefits of ram raksha stotram, #lord ram, #lord ram stotra, #Lord Rama, #Ram raksha stotra hindi lyrics, #Ram Raksha Stotra राम रक्षा स्तोत्र: भगवान राम को प्रसन्न करने के लिए करें इसका पाठ, #shri ram raksha stotram in hindi, #Shri Ram Raksha Stotram-श्रीरामरक्षास्तोत्रम, #चरितं रघुनाथस्य शतकोटिप्रविस्तरम्‌ । एकैकमक्षरं पुंसां महापातकनाशनम्‌ ॥१॥, #मंत्र: श्री राम रक्षा स्तोत्रम् - Mantra: Shri Ram Raksha Stotram, #राम रक्षा स्तोत्र : धन व समृद्धि के लिए करें, #राम रक्षा स्तोत्र का पाठ करने से होगी धन की वर्षा, #राम रक्षा स्तोत्र के पाठ से व्यक्ति रहता है अकाल मृत्यु /भूत प्रेत/ पिशाच /ऊपरी बाधाओं/टोने टोटकों /काळा जादू /तंत्र मंत्र बाधाओं से सुरक्षित / पापों का होता है नाश /, #श्री राम रक्षा स्तोत्र – एक अत्यंत शक्तिशाली स्तोत्र, #श्री राम रक्षा स्तोत्र के लाभ, #श्री राम रक्षा स्तोत्र हिंदी लिरिक्स, #श्रीरामरक्षास्तोत्र, #श्रीरामरक्षास्तोत्र हिंदी अर्थ सहित, #श्रीरामरक्षास्तोत्रम् लिरिक्स Ramraksha Stotra Lyrics
श्रीरामरक्षास्तोत्र हिंदी लिरिक्स

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राम रक्षा स्तोत्र के पाठ से व्यक्ति रहता है अकाल मृत्यु /भूत प्रेत/ पिशाच /ऊपरी बाधाओं/टोने टोटकों /काळा जादू /तंत्र मंत्र बाधाओं से सुरक्षित / पापों का होता है नाश / सभी प्रकार की आपदाओं और संकटों से होती है रक्षा / नहीं रहता मृत्यु और यमदूतों का भय / होती है सुख – संपत्ति और दीर्घायु की प्राप्ति/ मिलती है श्री राम और हनुमान की कृपा और आशीर्वाद |

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श्रीरामरक्षास्तोत्र हिंदी लिरिक्स – The Spiritual Talks (the-spiritualtalks.com)

 

श्रीरामरक्षास्तोत्र हिंदी लिरिक्स

 

श्री राम रक्षा स्तोत्र के लाभ 

 

श्री राम रक्षा स्तोत्र सुनने तथा पाठ करने से सभी प्रकार की आपदाओं और संकटों से रक्षा होती है तथा सभी प्रकार की सुख संपत्ति की प्राप्ति होती है । व्यक्ति के सभी पापों का नाश होता है । रामरक्षास्तोत्र का जप करने वाले व्यक्ति को मृत्यु का , यमदूतों का कोई भय नहीं रहता। वह सभी प्रकार की अकाल मृत्यु , भूत प्रेत , पिशाच , ऊपरी बाधाओं , टोने टोटकों , काळा जादू , नजर दोष , तंत्र मंत्र आदि बाधाओं से सुरक्षित रहता है । भगवान् राम और हनुमान जी सदा उस व्यक्ति की रक्षा करते हैं जो इस सुरक्षा कवच रुपी स्तोत्र का रोज पाठ करता या सुनता है ।  भगवान श्री राम का आशीर्वाद मिलने से व्यक्ति को दीर्घायु की प्राप्ति होती है। श्री राम रक्षा स्तोत्र से प्रभु श्रीराम के साथ हनुमान जी की भी कृपा बनी रहती है।

 

‘ रामरक्षाकवच ‘ की सिद्धि की विधि 

 

नवरात्र में प्रतिदिन नौ दिनों तक ब्रह्म मुहूर्त में नित्य कर्म तथा स्नानादि से निवृत्त हो कर शुद्ध वस्त्र धारण कर कुशा के आसान पर सुखासन में बैठ जाएं भगवान राम के कल्याणकारी स्वरूप में चित्त को एकाग्र करके इस महँ फलदायी स्तोत्र का काम से काम ग्यारह बार और यदि न हो सके तो सात बार नियमित रूप से प्रतिदिन पाठ करें । पाठ करने वाले की श्रीराम की शक्तियों के प्रति जितनी अखंड श्रद्धा होगी उतना ही फल प्राप्त होगा । पूर्ण शांति और विश्वास से इसका जाप होना चाहिए यहाँ तक की यह कंठस्थ हो जाये ।

 

श्रीरामरक्षास्तोत्र हिंदी अर्थ सहित

 

अस्य श्रीरामरक्षास्तोत्रमन्त्रस्य ।

बुधकौशिक ऋषि: ।

श्रीसीतारामचंद्रोदेवता ।

अनुष्टुप्‌ छन्द: । सीता शक्ति: ।

श्रीमद्‌हनुमान्‌ कीलकम्‌ ।

श्रीसीतारामचंद्रप्रीत्यर्थे रामरक्षास्तोत्र जपे विनियोग: ॥

 

॥ अथ ध्यानम्‌ ॥

 

Ram Raksha Stotra-श्रीरामरक्षास्तोत्र
श्रीरामरक्षास्तोत्र

 

।।ध्यानम।।

 

ध्यायेदाजानुबाहुं धृतशरधनुषं बद्धपद्मासनस्थं ।

पीतं वासोवसानं नवकमलदलस्पर्धिनेत्रं प्रसन्नम्‌ ॥

वामाङ्‌कारूढसीता मुखकमलमिलल्लोचनं नीरदाभं ।

नानालङ्‌कारदीप्तं दधतमुरुजटामण्डनं रामचंद्रम्‌ ॥

 

Lord Ram Sita
Ram raksha stotra

 

॥ इति ध्यानम्‌ ॥

 

चरितं रघुनाथस्य शतकोटिप्रविस्तरम्‌ ।

एकैकमक्षरं पुंसां महापातकनाशनम्‌ ॥१॥

 

Lord Ram, Lakshaman and Sita
Ram Raksha stotram

 

ध्यात्वा नीलोत्पलश्यामं रामं राजीवलोचनम्‌ ।

जानकीलक्ष्मणॊपेतं जटामुकुटमण्डितम्‌ ॥२॥

 

सासितूणधनुर्बाणपाणिं नक्तं चरान्तकम्‌

स्वलीलया जगत्त्रातुमाविर्भूतमजं विभुम्‌ ॥३॥

 

रामरक्षां पठॆत्प्राज्ञ: पापघ्नीं सर्वकामदाम्‌

शिरो मे राघव: पातु भालं दशरथात्मज: ॥४॥

 

Ram Raksha Stotra-श्रीरामरक्षास्तोत्र

 

 

Ram Raksha Stotra-श्रीरामरक्षास्तोत्र

 

कौसल्येयो दृशौ पातु विश्वामित्रप्रिय: श्रुती

घ्राणं पातु मखत्राता मुखं सौमित्रिवत्सल: ॥५॥

 

Lord Ram
Ram Raksha Stotra

 

जिह्वां विद्यानिधि: पातु कण्ठं भरतवंदित:

स्कन्धौ दिव्यायुध: पातु भुजौ भग्नेशकार्मुक: ॥६॥

 

करौ सीतपति: पातु हृदयं जामदग्न्यजित्‌

मध्यं पातु खरध्वंसी नाभिं जाम्बवदाश्रय: ॥७॥

 

सुग्रीवेश: कटी पातु सक्थिनी हनुमत्प्रभु:

ऊरू रघुत्तम: पातु रक्ष:कुलविनाशकृत्‌ ॥८॥

 

Lord Ram and Hanuman
Ram Raksha Stotra

 

जानुनी सेतुकृत्पातु जङ्घे दशमुखान्तक:

पादौ विभीषणश्रीद: पातु रामोSखिलं वपु: ॥९॥

 

एतां रामबलोपेतां रक्षां य: सुकृती पठॆत्‌

चिरायु: सुखी पुत्री विजयी विनयी भवेत्‌ ॥१०॥

 

पातालभूतलव्योम चारिणश्छद्‌मचारिण:

द्र्ष्टुमपि शक्तास्ते रक्षितं रामनामभि: ॥११॥

 

Lord Ram and Hanuman
Ram Raksha stotra

 

रामेति रामभद्रेति रामचंद्रेति वा स्मरन्‌

नरो लिप्यते पापै भुक्तिं मुक्तिं विन्दति ॥१२॥

 

जगज्जेत्रैकमन्त्रेण रामनाम्नाभिरक्षितम्‌

य: कण्ठे धारयेत्तस्य करस्था: सर्वसिद्धयः ॥१३॥

 

Ram Raksha Stotra-श्रीरामरक्षास्तोत्र

 

वज्रपंजरनामेदं यो रामकवचं स्मरेत्‌

अव्याहताज्ञ: सर्वत्र लभते जयमंगलम्‌ ॥१४॥

 

आदिष्टवान्यथा स्वप्ने रामरक्षामिमां हर:

तथा लिखितवान्‌ प्रात: प्रबुद्धो बुधकौशिक: ॥१५॥

 

आराम: कल्पवृक्षाणां विराम: सकलापदाम्‌

अभिरामस्त्रिलोकानां राम: श्रीमान्‌ न: प्रभु: ॥१६॥

 

तरुणौ रूपसंपन्नौ सुकुमारौ महाबलौ

पुण्डरीकविशालाक्षौ चीरकृष्णाजिनाम्बरौ ॥१७॥

 

फलमूलशिनौ दान्तौ तापसौ ब्रह्मचारिणौ

पुत्रौ दशरथस्यैतौ भ्रातरौ रामलक्ष्मणौ ॥१८॥

 

शरण्यौ सर्वसत्वानां श्रेष्ठौ सर्वधनुष्मताम्‌

रक्ष:कुलनिहन्तारौ त्रायेतां नो रघुत्तमौ ॥१९॥

 

आत्तसज्जधनुषा विषुस्पृशा वक्षया शुगनिषङ्‌सङि‌गनौ

रक्षणाय मम रामलक्ष्मणा वग्रत: पथि सदैव गच्छताम्‌ ॥२०॥

 

Lord Ram Laxman

 

संनद्ध: कवची खड्‌गी चापबाणधरो युवा

गच्छन्मनोरथान्नश्च राम: पातु सलक्ष्मण: ॥२१॥

 

रामो दाशरथि: शूरो लक्ष्मणानुचरो बली

काकुत्स्थ: पुरुष: पूर्ण: कौसल्येयो रघुत्तम: ॥२२॥

 

वेदान्तवेद्यो यज्ञेश: पुराणपुरुषोत्तम:

जानकीवल्लभ: श्रीमानप्रमेय पराक्रम: ॥२३॥

 

इत्येतानि जपेन्नित्यं मद्‌भक्त: श्रद्धयान्वित:

अश्वमेधाधिकं पुण्यं संप्राप्नोति संशय: ॥२४॥

 

रामं दूर्वादलश्यामं पद्‌माक्षं पीतवाससम्‌

स्तुवन्ति नामभिर्दिव्यैर्न ते संसारिणो नर: ॥२५॥

 

Ram Raksha Stotra-श्रीरामरक्षास्तोत्र

 

रामं लक्षमण पूर्वजं रघुवरं सीतापतिं सुंदरम्‌ ।

काकुत्स्थं करुणार्णवं गुणनिधिं विप्रप्रियं धार्मिकम्‌

राजेन्द्रं सत्यसंधं दशरथ तनयं श्यामलं शान्तमूर्तिम्‌ ।

वन्दे लोकाभिरामं रघुकुलतिलकं राघवं रावणारिम्‌ ॥२६॥

 

Lord Ram

 

रामाय रामभद्राय रामचंद्राय वेधसे ।

रघुनाथाय नाथाय सीताया: पतये नम: ॥२७॥

 

श्रीराम राम रघुनन्दन राम राम ।

श्रीराम राम भरताग्रज राम राम ।

श्रीराम राम रणकर्कश राम राम ।

श्रीराम राम शरणं भव राम राम ॥२८॥

 

श्रीरामचन्द्रचरणौ मनसा स्मरामि ।

श्रीरामचन्द्रचरणौ वचसा गृणामि ।

श्रीरामचन्द्रचरणौ शिरसा नमामि ।

श्रीरामचन्द्रचरणौ शरणं प्रपद्ये ॥२९॥

 

माता रामो मत्पिता राम चंद्रः ।

स्वामी रामो मत्सखा रामचंद्र: ।

सर्वस्वं मे रामचन्द्रो दयालु ।

र्नान्यं जाने नैव जाने न जाने ॥३०॥

 

दक्षिणे लक्ष्मणो यस्य वामे तु जनकात्मजा ।

पुरतो मारुतिर्यस्य तं वन्दे रघुनंदनम्‌ ॥३१॥

 

Ram Darbar

 

लोकाभिरामं रणरङ्ग धीरं राजीवनेत्रं रघुवंशनाथम्‌ ।

कारुण्यरूपं करुणाकरं तं श्रीरामचंद्रं शरणं प्रपद्ये ॥३२॥

 

मनोजवं मारुततुल्यवेगं जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्‌ ।

वातात्मजं वानरयूथमुख्यं श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये ॥३३॥

 

कूजन्तं रामरामेति मधुरं मधुराक्षरम्‌ ।

आरुह्य कविताशाखां वन्दे वाल्मीकिकोकिलम्‌ ॥३४॥

 

आपदामपहर्तारं दातारं सर्वसंपदाम्‌ ।

लोकाभिरामं श्रीरामं भूयो भूयो नमाम्यहम्‌ ॥३५॥

 

भर्जनं भवबीजानामर्जनं सुखसंपदाम्‌ ।

तर्जनं यमदूतानां रामरामेति गर्जनम्‌ ॥३६॥

 

रामो राजमणि: सदा विजयते रामं रमेशं भजे ।

रामेणाभिहता निशाचरचमू रामाय तस्मै नम: ।

रामान्नास्ति परायणं परतरं रामस्य दासोSस्म्यहम्‌ ।

रामे चित्तलय: सदा भवतु मे भो राम मामुद्धर ॥३७॥

 

राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे ।

सहस्रनाम तत्तुल्यं रामनाम वरानने ॥३८॥

 

Lord Shiva telling glories of Ram nama to Gauri

Ram Raksha Stotra-श्रीरामरक्षास्तोत्र

 

इति श्रीबुधकौशिकविरचितं श्रीरामरक्षास्तोत्रं संपूर्णम्‌ ॥

॥ श्री सीतारामचंद्रार्पणमस्तु ॥

 

 

 

Ram Raksha Stotra English Lyrics with meaning

 

 

 

 

 

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