काल पाय जग ऊपजो, काल पाय सब जाय।
काल पाय सब बिनसिहैं, काल काल कहं खाय।।
काल के क्रमानुसारा प्राणी की उत्पत्ति होती है और काल के अनुसार सब मिट जाते हैं। समय चक्र के अनुसार निश्चित रूप से नष्ट होना होगा क्योंकि काल से निर्मित वस्तु अन्ततः काल में ही विलीन हो जाते हैं।