बहते को मत बहन दो, कर गहि एचहु ठौर।
कह्यो सुन्यो मानै नहीं, शब्द कहो दुइ और।
बहते हुए को मत बहने दो। मानवता का पालन करते हुए हाथ पकड़ कर उसको बाहर निकाल लो और पार लगा दो। यदि वह कहा-सुना न माने, तो भी निर्णय के दो वचन और सुना दो। अर्थात यदि कोई आपकी जानकारी में कोई गलत कार्य कर रहा है या सद्मार्ग से भटक गया है तो उसे उसके हाल पर ना छोड़ कर उसे उसकी गलती का अहसास दिलाये और उसे सही मार्ग पर लाकर उसका भविष्य सुरक्षित करने की कोशिश करें । इसके लिए भले ही उसे कुछ कठोर वचन बोलने पड़ें तो संकोच न करें ।